
देश को गुटखा मुक्त करने के लिए अभियान
अहमदाबाद: देश को गुटखा मुक्त करने के लिए एक सामाजिक-धार्मिक संस्था ने विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत जनता को गुटखे के नुकसान के बारे में जागरूक करने के लिए देशभर के कम से कम 1.25 करोड़ युवाओं को जोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि भारत में प्रत्येक घंटे 18-45 साल के 14 लोगों की मौत मुंह के कैंसर से होती है और गुटखा खाना इस रोग की मुख्य वजह पाई गई है।
गुटखा खाने से दिन-ब-दिन बिगड़ते हालात को देखते हुए आल इंडिया गायत्री परिवार (एडब्ल्यूजीपी) ने ‘गुटखा फ्री इंडिया’ अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत एक वेबसाइट ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट गुटखाफ्रीइंडिया डॉट ओआरजी’ शुरू किया गया है।
गुटखा फ्री इंडिया के सदस्य किरीट सोनी गुटखा के प्रतिबंध से जुड़े कानून के मौजूदा प्रारूप से निराश नजर आते हैं।
उन्होंने कहा, “देश में 26 राज्यों में गुटखा बेचने पर प्रतिबंध के लिए कानून मौजूद है, लेकिन इसके उत्पादन पर कोई रोक नहीं है। जिस वजह से यह स्कूलों, कॉलेजों और रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थलों के नजदीक अनधिकृत रूप से बेचा जा रहा है, जिससे युवा आसानी से इसे खरीद सकते हैं।”
सोनी ने कहा कि अभियान से जुड़े लोग गुटखा उत्पादन पर रोक लगाने के लिए सरकार को पत्र भी भेजेंगे।
उन्होंने कहा, “हम जनता के भारी समर्थन के साथ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख कर गुटखा उत्पादन पर प्रतिबंध के लिए कानून बनाने की मांग करना चाहते हैं।”
सोनी चाहते हैं कि अगली पीढ़ी को बचाने के लिए इस अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़ें, ताकि इसका विस्तार संभव हो सके।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
